यह आर्थिक युद्ध हैं! काशी की धरती से स्वदेशी का संदेश: प्रधानमंत्री मोदी
हमें अपने भारत को जीताना है और हम जीतेंगे! यह आर्थिक युद्ध हैं
हम स्वदेशी ही ख़रीदेंगे!
आज से हर नया सामान स्वदेशी होगा!
स्वदेशी से घर सजाएंगे!
स्वदेशी से सेहत बनाएंगे!
स्वदेशी ही अपनाएंगे!
🟠 आपका अगला सामान – स्वदेशी होगा या विदेशी???
Made in India , भारत बनाम अमेरिका आर्थिक युद्ध 2025 |
भारत आज केवल एक देश नहीं, बल्कि एक वैश्विक आर्थिक शक्ति बनकर उभर रहा है। और जब दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका भारत को "Dead Economy" कहता है, तब यह केवल बयान नहीं, बल्कि भारत की तेज़ प्रगति से उपजी बौखलाहट है।
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मोदी का आर्थिक शस्त्र: 'स्वदेशी अपनाओ, स्वदेशी खरीदो'
प्रधानमंत्री मोदी ने जो "आर्थिक शस्त्र" प्रस्तुत किया है, वह सटीक और समय की मांग है:
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हर खरीदारी करते समय जाँचें कि वह उत्पाद भारत में बना है या नहीं।
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विदेशी कंपनियों की बजाय स्थानीय निर्माताओं को प्राथमिकता दें।
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छोटे उद्योगों, कारीगरों और MSMEs को समर्थन दें।
🌍 अमेरिका / भारत: आर्थिक तुलना
बिंदु भारत अमेरिका
GDP विकास दर भारत 7.2% (दुनिया की सबसे तेज़) अमेरिका 2.1% (धीमी होती अर्थव्यवस्था)
जनसंख्या भारत 140 करोड़+ (बड़ा बाज़ार) अमेरिका 33 करोड़
विनिर्माण लागत कम भारत स्किल्ड लेबर सस्ता अमेरिका उच्च उत्पादन लागत
लोकल उत्पादन तेजी से बढ़ता “मेक इन इंडिया” अमेरिका आउटसोर्सिंग पर निर्भर
जब अमेरिका भारत को "Dead Economy" कहता है, तो असल में वो भारत की तेज़ी से बढ़ती ताक़त से डरा हुआ है।
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💥 आर्थिक युद्ध की शुरुआत
अब यह केवल विचार नहीं, बल्कि एक युद्ध है —
आर्थिक युद्ध!
अमेरिका और चीन का सामान ख़रीदना मतलब —
अपने ही देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुँचाना।
अब भारत को हर घर, हर गली और हर बाज़ार में स्वदेशी आंदोलन खड़ा करना होगा।
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💪 क्यों स्वदेशी ज़रूरी है?
1. रोज़गार बढ़ेगा – लोकल इंडस्ट्री को बल मिलेगा।
2. रुपया मज़बूत होगा – विदेशी आयात कम होगा।
3. आत्मनिर्भर भारत – हम किसी देश पर निर्भर नहीं रहेंगे।
4. गुणवत्ता बेहतर होगी – स्वदेशी ब्रांड अब विश्वस्तरीय हो चुके हैं।
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🏠 स्वदेशी से घर सजाएं, सेहत बनाएं
✅ घर के पर्दे से लेकर पंखे तक — स्वदेशी लें।
✅ दवाई से लेकर सौंदर्य प्रसाधन तक — स्वदेशी अपनाएं।
✅ बच्चों के खिलौनों से लेकर बुज़ुर्गों की दवाइयों तक — स्वदेशी ही खरीदें।
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🛑 अब क्या करें?
हर भारतीय की भूमिका:
"Made in India" टैग देखें।
👉 अगर आप चाहते हैं कि भारत आर्थिक शक्ति बने,
👉 अगर आप चाहते हैं कि हमारे युवाओं को रोजगार मिले,
👉 अगर आप चाहते हैं कि हमारा पैसा हमारे देश में रहे
तो आज से ही स्वदेशी को अपनाना शुरू कीजिए।
📣 निष्कर्ष:
स्वदेशी अपनाना अब सिर्फ़ विकल्प नहीं, ज़िम्मेदारी है।
भारत के पास 140 करोड़ का बाज़ार है — यही बाज़ार अमेरिका और चीन के सामने दीवार बन सकता है।
अब समय है कि हम "ख़रीददारी को भी राष्ट्रभक्ति" में बदलें।
>✊ हम लड़ेंगे – बिना हथियार के,
हम जीतेंगे – स्वदेशी के साथ!
जय भारत....
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